१८९६ में लुमिए बंधू भारत में पहुंचे !...और ७ जुलाई को बम्बई के 'वाटसन'स होटल' में उन्होंने अपने प्रोजेक्टेड मोशन पिक्चरस का सादरीकरण किया...और 'सिनेमा' इस सर्वश्रेष्ठ कला से वाकिफ करवाया!
इस सादरीकरण में लुमिए बन्धुओके कुछ सातएक लघुपटोको दर्शाया गया !..जिनमे (अनुक्रमसे) थे:
१) लुमिए फैक्ट्री से निकलते मजदूर
२) महिलाए और सैनिको का टहलना३)परिवार का बच्चे के साथ नास्ता
४) बाग में पानी डालता गार्डनर (पहला विनोदी )
५) ताश खेलते...पार्टी मनाना
६) रेल का प्लेटफार्म में आना
और ७) विध्वंस (डीमोलिसन )
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